देश के जवान (भोजपुरी कविता) – कुंज बिहारी ‘कुंजन’

kunj bihari kunjan

देश के जवान – भोजपुरी कविता  कुंज बिहारी ‘कुंजन’ का जवान भइलऽ हो बाबू डहिअवलऽ ना गाँवा गाँई, न हाथे हथकडि़ये लागल अब का फोन जवानी आई ? दूबर पातर बूढ़, अपाहिज, भिखमंगन पर रोब जमा लऽ भा कवनो मिल जाय अकेला- राही, तू ताकत अजमा लऽ मूंगफली बालन के लूटऽ चाय पकौड़ी लूट पाट लऽ … Read more

एक बिहारी – जिसने पुरे देश को अपने कलम की ताकत के आगे नतमस्तक कर दिया

ramdhari singh dinkar biography

Ramdhari Singh Dinkar Biography “एक काबुली वाले की कहते हैं लोग कहानी, लाल मिर्च को देख गया भर उसके मुंह में पानी सोचा, क्या अच्छे दाने हैं, खाने से बल होगा यह ज़रूर इस मौसम का कोई मीठा फल होगा|” उपर्युक्त पंक्तियों से क्या आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि ‘बिहार राज्य’ की विशेष श्रृंखला … Read more