जानिए बिहार मे कैसे सच हुआ भोजपुरी फिल्में बनाने का सपना

जब भारत के पहले राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद 1950 के दशक में मुंबई में नजीर हुसैन से मिले, तो उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि तमिल, मराठी, गुजराती जैसी फिल्में भी भोजपुरी में बनाई जाएं। नजीर हुसैन ने डॉ राजेंद्र प्रसाद के इस सपने को ‘गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इबो’ बनाकर पूरा किया। नजीर हुसैन … Read more