मुंडेश्वरी मंदिर कैमूर जिले के भगवानपुर अंचल में पवरा पहाड़ी पर 608 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। मंदिर परिसर…
किसी ने नही सोचा था कि 17 वीं शताब्दी में विशालकाय अन्न भंडारण के लिए बनाने वाला एक भवन बाद…
गया से थोड़ी दूर पर बौद्धों का सबसे पवित्र स्थान है जिसे हम बोधगया के नाम से जानते हैं .…
अशोक राजपथ मार्ग में गायघाट से अनुमंडल कार्यालय की ओर बढऩे पर दाहिनी ओर बड़ी पटन देवी का बड़ा द्वार…
इको पार्क जिसे राजधानी वाटिका के नाम से भी जाना जाता है . ये पार्क स्ट्रेंड रोड में स्थित है…
पहले पटना में जगह जगह बहुत सारे तालाब हुआ करते थे. उनमे से ज्यादातर का अस्तित्व आज समाप्त हो चुका…
छोटी पटनदेवी मंदिर, पटना सिटी पटना साहिब रेलवे स्टेशन से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर छोटी पटन देवी मंदिर है जो …
पश्चिम दरवाजा (देहली दरवाजा) पटनावासी पश्चिम एवं पूर्वी दरवाजा से भलीभाँति परिचित हैं। परंतु बहुत कम ही लोग देहली दरवाजा…
गोलघर बिहार की राजधानी पटना में गाँधी मैदान के पश्चिम में स्थित है। 1770 में बिहार-उड़ीसा में बहुत बड़ा अकाल…