मुजफ्फरपुर जिला उत्तर बिहार में 25 डिग्री 29 मिनट और 26 डिग्री 53 मिनट उत्तरी अक्षांश तथा 84 डिग्री 53 मिनट और 85 डिग्री 50 मिनट पूर्वी देशांतर के बीच स्थित है।
जिले के उत्तर में नेपाल राज्य और पूरब में दरभंगा जिला है। दक्षिण में गंगा नदी इसको पटना जिला से अलग करती है। इसी तरह दक्षिण पश्चिम में बड़ी गंडक प्राकृतिक सीमा का काम करती हुई सारण जिले से इस को अलग करती है। इसके उत्तर पश्चिम भाग में चंपारण जिला पड़ता है।
मुजफ्फरपुर जिला नदियों के बहाव से बनी हुई एक समतल भूमि है। इसके बीच बीच में बहुत सी नदियां अधिकतर दक्षिण पूरब की दिशा में बैठकर इसे अनेक टुकड़ों में बांटती है। इस भूभाग में कहीं पहाड़ नहीं है। जहां तहां नीची जमीन है जिनसे होकर बरसात या बाढ़ का पानी दक्षिण की ओर बहकर गंगा में मिलता है। बाकी सारी भूमि हरे भरे खेतों और बाग बगीचों से भरी है।
गंगा, बड़ी गंडक, छोटी गंडक, बागमती, लखनदेई, अधवारा और बाया जिले की मुख्य नदियां है। हाजीपुर के पास गंगा और गंडक का संगम है। गंडक का प्राचीन नाम नारायणी ,शालिग्रामी और सदानीरा है। नेपाल में या जिस स्थान से निकलती है उस स्थान को लोग सप्त गंडकी कहते हैं । क्योंकि यहां गंडक की सात धाराएं बहती है। यह चंपारण जिला से आती हुई करनौल नामक स्थान के पास मुजफ्फरपुर जिला में प्रवेश करती है। यहां से यह दक्षिण पूरब की ओर बहती हुई अपनी 192 मील की यात्रा समाप्त कर हाजीपुर के पास गंगा में मिल जाती है।
मुजफ्फरपुर जिला प्राचीन मिथिला का एक भाग है। वैदिक साहित्य से पता चल रहा है कि पंजाब से बढ़ते हुए विदेहवंशी आर्य लोग गंडक नदी पार कर मिथिला में आए और यहां के जंगलों को काट कर उन्होंने खेती के लिए जमीन तैयार की। धीरे-धीरे उन्होंने यहां एक शक्तिशाली राज्य की स्थापना कर ली । कुछ दिनों के बाद यहां उनके नाम के एक परम प्रतापी और तत्व ज्ञानी राजा हुए । उनके दरबार में बड़े-बड़े विद्वान और पंडित रहा करते थे । याज्ञवल्क्य उन्हीं के पुरोहित थे जिन्होंने यजुर्वेद का संकलन तथा उपनिषद की रचना की थी । मिथिला आर्यों की सभ्यता संस्कृति का एक मुख्य केंद्र बन गयी थी। मिथिला राज्य की राजधानी जनकपुर बताई जाती है जो मुजफ्फरपुर जिले से कुछ ही दूर उत्तर पूरब में है ।
मुजफ्फरपुर जिला पहले पटना कमिश्नर के अंदर था । उसके बाद तिरहुत कमिश्नरी की स्थापना की गई और उसका सदर ऑफिस मुजफ्फरपुर रखा गया। मुजफ्फरपुर कमिश्नरी के अधीन मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सारण और चंपारण यह 4 जिले थे । मुजफ्फरपुर जिला 3 सबडिवीजन में बटा हुआ था- मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी और हाजीपुर । बाद में यह सारे जिले बना दिये गए
कहा जाता है मुजफ्फरपुर शहर को 18 वीं शताब्दी में चकलानाई परगना का एक अमला मुजफ्फर खान अपने नाम पर बसाया था। शहर के पास दो बड़े तालाब है एक सिकन्दरपुर तालाब और दूसरा अखाड़ा घाट तालाब । ये छोटी गंडक के धारा परिवर्तन के कारण बने है।शहर से बाहर खुले मैदान के बीच सेना की छावनी है । बिहार प्रान्त के अंदर सेना की छावनी दो ही थी । एक बड़ी छावनी दानापुर में और एक छोटी छावनी मुजफ्फरपुर में ।
Khemanichak , Near Ford Hospital Budhiya Mayi Mandir,Bihata Bmp8 Patna Raja Bazar,Patna
देश के जवान - भोजपुरी कविता कुंज बिहारी 'कुंजन' का जवान भइलऽ हो बाबू डहिअवलऽ…
Ramdhari Singh Dinkar Biography “एक काबुली वाले की कहते हैं लोग कहानी, लाल मिर्च को…
अन्न घुनाइल खाँखरा, फटक उड़ावे सूप भोजपुरी दोहा अनिरूद्ध अन्न घुनाइल खाँखरा, फटक उड़ावे सूप।…
मनोज भावुक का जन्म 2 जनवरी 1976 को सीवान (बिहार) में हुआ था . मनोज…
देश-दुनिया लगातार दूसरे साल भी कोरोना महामारी से जूझने को विवश है। बद से बदतर…